भींडर में माँ कालिका और श्री सांवलिया सेठ की महिमा गूँजेगी – जलझुलनी एकादशी पर विशाल भजन संध्या
भींडर । राजस्थान की पावन भूमि सदा से देवी-देवताओं की आराधना का केंद्र रही है। इन्हीं पवित्र स्थलों में से एक है श्री कालिका माताजी शक्तिपीठ, भींडर (जिला उदयपुर, राजस्थान)। यह शक्तिपीठ न केवल भक्ति का स्थल है, बल्कि आस्था, श्रद्धा और दिव्य शक्ति का प्रतीक भी माना जाता है।
भक्ति और आस्था का संगम भींडर कस्बे में जलझुलनी एकादशी के शुभ अवसर पर देखने को मिलेगा। दिनांक 1 सितम्बर 2025, सोमवार को श्री कालिका माताजी शक्तिपीठ, भींडर (राजस्थान) में एक भव्य और विशाल भजन संध्या का आयोजन होने जा रहा है। यह आयोजन संपूर्ण क्षेत्र के श्रद्धालुओं के लिए एक ऐसा अवसर होगा जब वे भक्ति रस में डूबकर माँ कालिका और श्री सांवलिया सेठ के चरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित कर सकेंगे। इस विशेष संध्या का उद्देश्य न केवल धार्मिक उत्सव मनाना है, बल्कि समाज में आपसी एकता और सांस्कृतिक परंपराओं को सुदृढ़ करना भी है।
कार्यक्रम का शुभारंभ रात्रि 8 बजे से होगा और यह प्रभु इच्छा तक देर रात तक चलता रहेगा। इस दौरान भक्ति संगीत और आध्यात्मिकता का अद्भुत संगम दिखाई देगा। भजन संध्या में प्रसिद्ध भजन गायक शम्भू धनगर अपनी मधुर आवाज़ और भक्ति रस से सरोवर भजनों के माध्यम से वातावरण को भक्तिमय बना देंगे। उनके गाए जाने वाले भजनों में माँ कालिका और सांवलिया सेठ की महिमा का गुणगान होगा जो हर भक्त के हृदय में दिव्य आनंद और शांति का संचार करेगा। भजन गायक की प्रस्तुति के साथ-साथ श्रोताओं को अध्यात्म, संगीत और संस्कृति का ऐसा अद्भुत संगम देखने को मिलेगा जो जीवनभर यादगार रहेगा।
इस भजन संध्या की सबसे बड़ी विशेषता आकर्षक झांकियाँ होंगी, जो धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत रूप में प्रस्तुत करेंगी। झांकियों के माध्यम से भक्तजन भगवान के स्वरूपों, लीलाओं और पौराणिक घटनाओं का सजीव अनुभव करेंगे। यह दृश्य न केवल बच्चों और युवाओं को आकर्षित करेगा बल्कि बुजुर्गों के लिए भी यह आध्यात्मिक आनंद का विषय बनेगा। झांकियों के साथ-साथ मंच पर सजावट, रोशनी और वातावरण भक्तों को पूरी तरह भक्ति रस में डुबो देगा।
कार्यक्रम का आयोजन श्री कालिका माताजी मंदिर मंडल, भींडर द्वारा किया जा रहा है। मंदिर मंडल ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अपने परिवार सहित इस विशाल भजन संध्या में शामिल होकर माँ कालिका और सांवलिया सेठ की कृपा प्राप्त करें। आयोजन समिति ने बताया कि यह भजन संध्या न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए धार्मिक उत्सव का प्रतीक होगी। विशेष बात यह भी है कि जो श्रद्धालु किसी कारणवश भींडर नहीं पहुँच पाएंगे, उनके लिए इस भजन संध्या का सीधा प्रसारण YouTube Live के माध्यम से किया जाएगा, ताकि घर बैठे भी भक्तजन माँ कालिका और सांवलिया सेठ की महिमा का रसास्वादन कर सकें।
जलझुलनी एकादशी का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इसे भक्ति, व्रत और दान का पर्व माना जाता है। इसी अवसर पर भींडर में आयोजित यह भजन संध्या समाज के सभी वर्गों को जोड़ने और भक्ति रस में लीन करने का माध्यम बनेगी। भक्तों का मानना है कि इस दिन विशेष भक्ति करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं और ईश्वर की असीम कृपा प्राप्त होती है। यही कारण है कि हर वर्ष की भाँति इस बार भी भक्तजन बड़ी संख्या में इस आयोजन में भाग लेने के लिए उत्साहित हैं।
यह विशाल भजन संध्या केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था का ऐसा महाकुंभ है जिसमें संगीत, अध्यात्म और संस्कृति का संगम होगा। यह आयोजन भक्ति की गहराई, संस्कृति की समृद्धि और समाज की एकता का प्रतीक बनेगा। आयोजन समिति ने श्रद्धालुओं से निवेदन किया है कि वे इस अवसर पर बड़ी संख्या में पहुँचकर इस भक्ति महोत्सव को सफल बनाएं और माँ कालिका तथा श्री सांवलिया सेठ की कृपा प्राप्त करें।