ग्रामीण क्षेत्र से राज्यस्तर तक पहचान बनाने वाले चौबीसा, कई राष्ट्रीय व जिला स्तरीय सम्मानों से सम्मानित – नशामुक्ति और कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम जैसे सामाजिक अभियानों में भी सक्रिय भूमिका
भीण्डर (उदयपुर):- राजकीय जिला चिकित्सालय भीण्डर को नई ऊर्जा और बेहतर नेतृत्व मिला है। स्थानीय वरिष्ठ नर्सिंग ऑफिसर श्री पंकज कुमार चौबीसा को कार्यवाहक नर्सिंग अधीक्षक नियुक्त किया गया है। यह उपलब्धि उन्हें राजस्थान का सबसे युवा नर्सिंग अधीक्षक बनाती है। ग्रामीण अंचल से इस स्तर की नियुक्ति होना न केवल भीण्डर बल्कि पूरे उदयपुर जिले के लिए गर्व का विषय है। यह नियुक्ति ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने में महत्वपूर्ण साबित होगी और चौबीसा अपने अनुभव और सेवा भाव से नई दिशा प्रदान करेंगे।
🏅 उपलब्धियों की लंबी सूची
चौबीसा का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा रहा है। उन्होंने अपनी सेवाओं के दौरान कई बार सम्मान अर्जित किया है। वर्ष 2017 में नर्सेज दिवस पर जिला स्तरीय पुरस्कार, 2018 में विशिष्ट नर्सेज सेवा सम्मान, जून 2022 में उदयपुर में भीण्डर मित्र मंडल द्वारा उत्कृष्ट सेवा सम्मान और हाल ही में 2025 में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला अध्यक्ष के हाथों “नर्सेज रत्न सम्मान” प्राप्त किया। इसके साथ ही चौबीसा ने टेलीमेडिसिन सेवा में कार्य करते हुए भीण्डर चिकित्सालय को पूरे राजस्थान में दो बार प्रथम स्थान दिलवाया, जो उनकी कार्यकुशलता और समर्पण का प्रमाण है।
🙏सेवा भाव से प्रेरित व्यक्तित्व
पंकज चौबीसा केवल एक नर्सिंग अधिकारी ही नहीं बल्कि सेवा और समाज के प्रतीक भी हैं। वे अपने राजकीय दायित्वों से परे जाकर रोगियों को निःशुल्क उपचार उपलब्ध कराते हैं। विशेष बात यह है कि जब वे मरीजों के घर जाते हैं तो सेवा भाव में इतने तल्लीन रहते हैं कि वहां पानी तक ग्रहण नहीं करते। समाजिक उत्थान में भी उनका योगदान उल्लेखनीय है। वे समय-समय पर नशामुक्ति अभियान और कन्या भ्रूण हत्या रोकने जैसे जागरूकता अभियानों में सक्रिय रहते हैं। अब तक वे 16 विद्यालयों के लगभग 6500 विद्यार्थियों को नशामुक्ति की शपथ और लगभग 2500 छात्र-छात्राओं को कन्या भ्रूण हत्या रोकने का संकल्प दिलवा चुके हैं। इस प्रकार वे स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ समाज सुधार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
👨👩👦 प्रेरणा का स्रोत
अपनी नियुक्ति और उपलब्धियों का श्रेय चौबीसा अपने माता-पिता, परिवारजनों, गुरुजनों, सहयोगियों और मित्रों को देते हैं। वे मानते हैं कि यदि परिवार और सहयोगियों का साथ न होता तो इतनी ऊँचाइयों तक पहुँचना संभव नहीं होता। उनकी यह सफलता युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है कि समर्पण, मेहनत और सेवा भाव से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
राजस्थान के सबसे युवा नर्सिंग अधीक्षक के रूप में पंकज चौबीसा की नियुक्ति न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है बल्कि यह भीण्डर और उदयपुर जिले के ग्रामीण स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए गौरव और प्रेरणा का क्षण है। इस पद पर उनकी नियुक्ति से उम्मीद की जा रही है कि जिला चिकित्सालय भीण्डर की नर्सिंग सेवाएँ और अधिक सुदृढ़, संवेदनशील और समाजमुखी स्वरूप में सामने आएँगी। चौबीसा की यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि समर्पण और सेवा भाव से कोई भी बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है।
राजस्थान के सबसे युवा नर्सिंग अधीक्षक के रूप में पंकज चौबीसा की नियुक्ति न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन की उपलब्धि है, बल्कि यह ग्रामीण अंचल के लिए भी गौरव का क्षण है। उनकी नियुक्ति से उम्मीद की जा रही है कि भीण्डर चिकित्सालय की नर्सिंग सेवाएँ और अधिक सुदृढ़ व प्रेरणादायक रूप में सामने आएँगी।