भींडर, 26 सितम्बर @आपणो भींडर मीडिया
त्यौहारों का मौसम आते ही किसानों के लिए खुशखबरी भी आई है। ट्रैक्टर और कृषि यंत्रों पर सरकार ने GST दर घटाकर सिर्फ 5% कर दी है। यह कदम किसानों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है और खेती के खर्च को कम करने में मददगार साबित होगा।
पहले और अब – GST में बदलाव
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पहले: ट्रैक्टर, पार्ट्स, टायर, हाइड्रॉलिक पंप और स्प्रिंकलर आदि पर 12% तक जीएसटी लगता था।
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अब: यही आइटम अब सिर्फ 5% GST पर उपलब्ध होंगे।
इस बदलाव से न केवल नए ट्रैक्टर बल्कि उनके स्पेयर पार्ट्स और रिपेयर की लागत भी घट जाएगी।
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किसानों को मिलने वाले फायदे
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ट्रैक्टर खरीदना होगा सस्ता
अगर किसी किसान को 8 लाख रुपये का ट्रैक्टर खरीदना है, तो पहले 12% टैक्स यानी लगभग 96,000 रुपये देने पड़ते थे। अब यह सिर्फ 5% होने से करीब 40,000 रुपये की बचत होगी। इसी तरह आपको हर एक अलग अलग मॉडल पर 20000 से 90 हजार रू 7 % GST का फायदा होगा !! -
पार्ट्स और रिपेयर होंगे किफायती
ट्रैक्टर की सर्विसिंग और रिपेयर में टायर, गियर, इंजन पार्ट्स और हाइड्रॉलिक उपकरण शामिल हैं। जीएसटी घटने से इन पर खर्च भी कम होगा। -
छोटे और मझोले किसानों को राहत
भारत के लगभग 86% किसान छोटे और मझोले वर्ग के हैं। उनके लिए ट्रैक्टर खरीदना या रखरखाव करना अब आसान और किफायती होगा। -
खेती की लागत में कमी
ट्रैक्टर सस्ते होने का मतलब है – जुताई, बुआई, सिंचाई और कटाई में खर्च कम होगा। इससे खेती की कुल लागत घटेगी और किसानों की आमदनी बढ़ेगी।
भारत में ट्रैक्टर का महत्व
भारत दुनिया में ट्रैक्टर उत्पादन और बिक्री में नंबर वन देश है। हर साल लगभग 9 लाख से ज्यादा ट्रैक्टर भारत में बिकते हैं।
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गेहूं, धान, गन्ना और कपास जैसी फसलों में ट्रैक्टर सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है।
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ग्रामीण इलाकों में ट्रैक्टर केवल खेती के लिए नहीं, बल्कि परिवहन के लिए भी जरूरी है।
अर्थव्यवस्था पर असर
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ट्रैक्टर और कृषि मशीनरी की कीमतें घटने से बिक्री बढ़ेगी।
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ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
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कृषि उपकरण बनाने वाली कंपनियों को भी फायदा मिलेगा।
विशेषज्ञों की राय
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि यह फैसला किसानों के लिए लंबी अवधि में लाभकारी है। छोटे किसान अब ट्रैक्टर खरीदने के लिए प्रेरित होंगे और मशीनीकरण तेजी से बढ़ेगा। साथ ही, ट्रैक्टर कंपनियों की बिक्री भी बढ़ेगी, जिससे रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
निष्कर्ष
त्यौहार से पहले सरकार का यह कदम किसानों के लिए बड़ा तोहफा है। अब ट्रैक्टर खरीदना और उसकी देखभाल करना आसान होगा। जीएसटी दर घटने से न केवल किसानों की लागत घटेगी, बल्कि खेती में आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल में भी तेजी आएगी।
कह सकते हैं कि यह निर्णय किसानों, ट्रैक्टर कंपनियों और पूरी ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए गेम-चेंजर साबित होगा।
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Frequently Asked Questions (FAQs) –
1. नई जीएसटी दर कब लागू हुई?
उत्तर: दीपावली से पहले सितम्बर से लागू, अब सिर्फ 5%।
2. इससे कितनी बचत होगी?
उत्तर: 8 लाख रुपये के ट्रैक्टर पर करीब 40,000 रुपये इसी तरह अलग अलग मॉडल पर 20,000 से 90,000 रू तक बचेंगे
3. कौन-कौन से आइटम पर नई जीएसटी दर लागू है?
उत्तर: ट्रैक्टर पार्ट्स, टायर, इंजन पार्ट्स, हाइड्रॉलिक पंप, स्प्रिंकलर।
4. यह केवल नए ट्रैक्टर पर लागू है?
उत्तर: नहीं, नए ट्रैक्टर, स्पेयर पार्ट्स और रिपेयर पर भी।
5. छोटे और मझोले किसान कैसे लाभान्वित होंगे?
उत्तर: खरीदना और रखरखाव अब आसान और सस्ता।
6. खेती की लागत पर असर?
उत्तर: खर्च घटेगा, कुल उत्पादन लागत कम होगी।
7. ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर असर?
उत्तर: बिक्री बढ़ेगी, रोजगार बढ़ेंगे, अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
8. विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
उत्तर: लंबी अवधि में किसानों के लिए लाभकारी, मशीनीकरण बढ़ेगा।.
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