हींता गांव में मां चामुंडा के नाम भजन संध्या: उमंग और भक्ति का अद्भुत संगम
भींड़ के निकटवर्ती हींता गांव में स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ चामुंडा माता मंदिर में आयोजित शारदीय नवरात्र महोत्सव का समापन भव्य रूप से हुआ। नवरात्र के नौ दिनों तक चले इस पावन पर्व का अंतिम दिन विशेष उत्साह और भक्ति से सराबोर रहा। मंदिर परिसर में 9 दिन तक रामलीला का आयोजन किया गया, जिसने आस-पास के गांवों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित किया।
विशाल भजन संध्या का आयोजन
नवरात्र महोत्सव के अंतिम दिन चामुंडा नवयुवक मंडल हींता और ग्रामीणों के संयुक्त तत्वावधान में एक विशाल भजन संध्या का आयोजन हुआ। शाम ढलते ही मंदिर परिसर में दूर-दराज से आए भक्तजनों की भीड़ उमड़ पड़ी, जो देर रात तक माता के भजनों में लीन रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत जाने-माने भजन गायक धर्मराज मेजा ने मधुर गणपति वंदना से की, जिसने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। इसके बाद कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर समां बांध दिया।
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कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुतियां
भजन संध्या में गायिका संगिता सुथार ने अपनी दमदार आवाज में भक्ति गीतों की वर्षा की जिन पर भक्त झूम उठे।
‘बैक छोटा पड़ गया, सांवरिया के आगे श्रीराम का डंका बजा‘ जैसे भजनों ने श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया। इन भजनों के दौरान भक्तिभाव से ओत-प्रोत बजरंग बाला (संभवतः हनुमान जी का वेश धारण किए कलाकार) ने भी उपस्थित श्रद्धालुओं के साथ उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे आयोजन की शोभा और बढ़ गई।
उमड़े श्रद्धालु, भक्ति में लीन
भक्तगण देर रात तक माता चामुंडा की धर्यानी और अन्य कर्णप्रिय भजनों का आनंद लेते रहे। मंदिर परिसर में भक्ति और उत्साह का माहौल देखते ही बन रहा था। इस भजन संध्या में न केवल हींता गांव के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, बल्कि आस-पास के कई गांवों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, जो माता के प्रति अपनी अगाध आस्था और प्रेम को दर्शा रहा था।
यह भजन संध्या शारदीय नवरात्र महोत्सव के सफल समापन का प्रतीक बनी और सभी श्रद्धालुओं के मन में माता चामुंडा का आशीर्वाद और भक्ति की अमिट छाप छोड़ गई।
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